Computer Ke Prakar | Types Of Computer In Hindi | कंप्यूटर के प्रकार | आकार के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार
Computer Ke Prakar ~ आज के समय में लगभग हर क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग पूरे जोर शोर से हो रहा है। और कंप्यूटर के बिना हम अपनी कार्यशैली की कल्पना भी नहीं कर सकते। कंप्यूटर डिजिटल कम्युनिकेशन क्षेत्र में एक नई क्रांति के कर आया है। आज हर क्षेत्र में कंप्यूटर जैसे कि शिक्षा के क्षेत्र, स्वास्थ्य के क्षेत्र, ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र, रिसर्च सेंटर में, बैंकिंग के क्षेत्र और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी आदि में इसका प्रयोग अनिवार्य बन गया गया है।
कंप्यूटर के जरिए हम देश विदेश के किसी भी कार्य को कुछ ही पल में कर सकते है। और बहुत सी Machines Computerised तकनीक पर कार्य करती है। जिस से कार्य कि सटीकता और कुशलता अच्छी रहती है। उदहारण के तौर ऑटो इंडस्ट्री में कारों को बनाने में Computerised Robot Machines है।
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Computer Ke Prakar – कम्प्यूटर के प्रकार
कम्प्यूटर के प्रकार – आप ने भी कभी ना कभी और कहीं ना कहीं कंप्यूटर का उपयोग जरूर किया होगा। कंप्यूटर एक तरह की इलेक्ट्रॉनिक डेविस है। जो यूजर के द्वारा दी गई कमांड को प्रोसेस कर के परिणाम (Result) के रूप में उपयोगकर्ता के सामने प्रदान करता है। और कंप्यूटर के अन्य भाग भी इस कार्यशैली को पूर्ण करने के लिए सक्रिय रहते है। पुराने समय से अब तक के आधुनिक युग तक कंप्यूटर के विभिन्न रूप (Model) मार्केट में उतारे गए। जो की हर मॉडल समय साथ नई से नई टेक्नोलॉजी के साथ बाज़ार में उपयोगकर्ताओं के लिए बनाए गए।
तो आज हम आपको इस लेख के माध्यम से कंप्यूटर के प्रकार (computer Ke prakar) के बारे में विस्तारपूर्वक बताएंगे। कि अब तक कंप्यूटर कितने प्रकार के बनाए गए। और इन मॉडल में क्या खासियत थी। और कौन सी तकनीक विकसित की गई। तो दोस्तों Computer Ke Prakar (कंप्यूटर के प्रकार) के बारे में जानने के लिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े। जिससे कि ये लेख आपके लिए उपयोगी साबित हो सके।
कम्प्यूटर के प्रकार – (Types Of Computer)
- Supercomputer
- Mainframe computer
- Minicomputer
- Workstation
- Personal Computer (PC)
कंप्यूटर के प्रकार – Types Of Computer In Hindi
शुरू से आज तक कंप्यूटर के बहुत से मॉडल विकसित किए गए। जिनमे समय के साथ रहते बहुत बदलाव हुए है। चाहे वो आकर के हो, या तकनीक के बदलाव हो। शुरू से आज तक Computer Ke Prakar इस प्रकार है।
श्रेणी | कंप्यूटर के प्रकार | |
डाटा के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार | डिजिटल कंप्यूटर एनालॉग कंप्यूटर हाइब्रिड कंप्यूटर |
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उद्देश्य के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार | सुपर कंप्यूटर माइक्रो कंप्यूटर मिनी कंप्यूटर मेनफ़्रेम कंप्यूटर |
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कार्यक्षमता के आधार पर कंप्यूटर के प्राकर | वर्कस्टेशन कंप्यूटर सर्वर कंप्यूटर एम्बेडेड कंप्यूटर |
आकार के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार
एनालॉग कंप्यूटर ~ Analog Computer In Hindi
Analog Computer (एनालॉग कंप्यूटर) यंत्र का कोई भी वर्ग किसी भी भौतिक मात्रा को निरंतर परिवर्तित करके डाटा को दर्शाता है। इस में किसी भी प्रकार का डाटा जैसे विद्युत क्षमता, द्रव दबाव, और यांत्रिक गति को हल करने के अनुरूप दर्शाया जाता है। दूसरे तरीके से हम यह भी कह सकते हैं। एनालॉग कंप्यूटर किसी भी भौतिक वस्तु जैसे दाब, ऊंचाई, लंबाई, तापमान, और किसी भी अंकित मात्रा को माप कर परिणाम के रूप में प्रदर्शित करते हैं। जिस के कुछ मुख्य उदाहरण है जैसे पेट्रोल पंप पर पेट्रोल मशीन, थर्मामीटर, प्रेशर गेज इत्यादि।
- कम्प्यूटर कितने प्रकार के होते हैं – कम्प्यूटर के प्रकार
एनालॉग कंप्यूटर का उपयोग ज्यादातर मात्राओं को मापने वाले क्षेत्र मैं ज्यादा किया जाता है। जैसे कि विज्ञान के क्षेत्र और इंजीनियरिंग या फिर किसी तरह के अंकित मात्रा को दर्शाने क्षेत्र में।पेट्रोल पंप पर लगने वाली मशीन भी एनालॉग कंप्यूटर के आधार पर ही कार्य करते हैं। जो कि हमें पाक से निकलने वाले पेट्रोल या डीजल अर्थात इंधन की मात्रा को दर्शाता है।
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कम्प्यूटर के प्रकार – एनालॉग कंप्यूटर के मुख्य तीन प्रकार होते हैं।
- इलेक्ट्रॉनिक एनालॉग कंप्यूटर
- मैकेनिकल एनालॉग कंप्यूटर
- डिजिटल एनालॉग कंप्यूटर
अब इनको हम उदाहरण के तौर पर समझेंगे।
इलेक्ट्रॉनिक एनालॉग कंप्यूटर
कंप्यूटर की दुनिया में ऐसा उपकरण जिसके अंदर इनपुट सर्किट के रूप में विद्युत धारा काम में लेकर आउटपुट परिणाम प्राप्त किए जाएं उसे ही इलेक्ट्रॉनिक एनालॉग कंप्यूटर कहां जाता है। जैसे – पेट्रोल पंप पर लगने वाली मशीनें, घर के डिजिटल बिजली के मीटर, डिजिटल कंप्यूटर कांटा इत्यादि
मैकेनिकल एनालॉग कंप्यूटर
जो उपकरण मैकेनिकल तकनीक से बने हो, आउटपुट मैकेनिकल सिस्टम के तहत रिजल्ट प्रदान करते हो। ऐसे ही उत्पन्न को मैकेनिकल एनालॉग कंप्यूटर कहा जाता है। जैसे कि वाहनों में प्रयोग होने वाले मैकेनिकल स्पीडोमीटर इत्यादि।
डिजिटल एनालॉग कंप्यूटर
ऐसे उपकरण जिनमें इलेक्ट्रॉनिक ओर मैकेनिकल तकनीक को विकसित किया जाता है। इनको एनालॉग डिजिटल कंप्यूटर कहा जाता है। जोकि निर्देशों को डिजिटल रिजल्ट में बदलकर परिणाम प्रदान करते हैं। जैसे सीएनजी पंप ऊपर लगने वाली मशीने इत्यादि
डिजिटल कंप्यूटर ~ Digital Computer In Hindi
डिजिटल कंप्यूटर New Technic कंप्यूटर होते हैं। जिनको आज हम बहुत ज्यादा प्रयोग करते हैं। जैसे कि अपने काम के लिए ऑफिस, घर, रेलवे, होटल, बैंक, दुकान, हॉस्पिटल इत्यादि जिसके उदाहरण इस प्रकार है। बस स्टॉप कंप्यूटर लैपटॉप डिजिटल घड़ियां केलकुलेटर स्मार्टफोन टेबलेट इत्यादि।
जिन कंप्यूटरों की नंबरों द्वारा गणना की जाती है। उन्हें डिजिटल कंप्यूटर कहा जाता है इन कंप्यूटर में मशीनी भाषा को समझने और उसको प्रोसेस करने की क्षमता होती है। जिसके इनपुट और आउटपुट दोनों सिस्टम बायनरी कोड के रूप में काम करते हैं।
अर्थात डिजिटल कंप्यूटर डाटा को डिजिट के रूप में 0 और 1 के रूप में सक्रिय होते हैं। जिस बाइनरी डाटा को किसी भी कमांड को कॉर्पोरेट और प्रोसेस करने के लिए यूज करते हैं।
डिजिटल कंप्यूटर के प्रकार
- माइक्रो कंप्यूटर ~ Micro Computer
- मिनी कंप्यूटर ~ Mini Computer
- मेनफ्रेम कंप्यूटर ~ Mainframe Computer
- सुपर कंप्यूटर ~ Super Computer
- सामान्य तौर पर प्रयोग होने वाले कंप्यूटर ~ Basic Computer
डिजिटल कंप्यूटर की मुख्य विशेषताएं
- डिजिटल कंप्यूटर में किसी भी डाटा को संग्रहण करने की क्षमता बहुत अधिक होती है।
- Digital Computer (डिजिटल कंप्यूटर) किसी भी बड़े डाटा को कुछ ही पल में प्रोसेस करके आउटपुट प्रदान करता है।
- डिजिटल कंप्यूटर बहुत ही फ्लैक्सिबल तकनीक के बने होते हैं। जिनमें बहुत सारे task को एक ही साथ प्रोसेस किया जा सकता है। और इसकी वजह से यह कभी हैंग नहीं होते।
- इस तरह के डिजिटल कंप्यूटर किसी भी काम को शीघ्रता से और सटीकता से करने में माहिर होते हैं।
सुपर कंप्यूटर ~ Super Computer In Hindi
Hybrid Computer (हाइब्रिड कंप्यूटर) मुख्य तौर पर वे कंप्यूटर होते हैं। जो कंप्यूटर एनालॉग और डिजिटल कंप्यूटर दोनों की क्षमताओं को रखते हैं। इन कंप्यूटर्स में एनालॉग और डिजिटल कंप्यूटर दोनों का समावेश शामिल होता है। Hybrid computer तापमान, विद्युत और गति के निर्देशों पर कार्य करते हुए संख्याओं की गणना करते हैं। और सेट किए हुए कंप्यूटर प्रोग्रामिंगके द्वारा दिए हुए निर्देशों पर परिणाम प्रदान करते हैं।हाइब्रिड कंप्यूटर में इनके प्रोग्राम इनकी मेमोरी में संग्रहित होते हैं। ऐसे कंप्यूटर को आमतौर पर हाइब्रिड कंप्यूटर कहा जाता है।
हाइब्रिड कंप्यूटर में किसी भी डाटा को एनालॉग फॉर्मेट से डिजिटल में बदला जा सकता है। हाइब्रिड कंप्यूटर में लगातार हो रही परिवर्तित किसी भी डाटा को इनपुट सिस्टम के रूप में प्राप्त करके डिजिटल डाटा ने बदला जा सकता है और रिजल्ट देखा जा सकता है। डिजिटल कंप्यूटर की प्रोसेसिंग ज्यादा तेज और सटीक होती है। हाइब्रिड कंप्यूटर में कंप्यूटर प्रोग्रामिंग कंप्यूटर की मेमोरी में ही स्टोर रहती है।
डिजिटल कंप्यूटर का प्रयोग स्वास्थ्य संबंधी अर्थात अस्पताल में अत्याधिक किया जाता है क्योंकि इसके जरिए किसी भी रोगी के विभिन्न तरह की जांच तापमान और रक्तचाप को एनालॉग सिस्टम के द्वारा प्राप्त करके डिजिटल अर्थात हाइब्रिड कंप्यूटर द्वारा परिणामों को प्राप्त किया जा सकता है।
सुपर कंप्यूटर ~ Super Computer In Hindi
Super Computer (सुपर कंप्यूटर) के आधुनिक युग का सबसे तेज और सटीक परिणाम देने वाला कंप्यूटर है। जोकि किसी भी डाटा को बहुत शीघ्रता से प्रोसेस करते परिणाम प्रदान करता है।किसी भी साधारण कंप्यूटर के मुकाबले सुपर कंप्यूटर रांची किसी भी काम को प्रोसेस करने की परफॉर्मेंस बहुत अधिक होती है। सुपर कंप्यूटर की परफॉर्मेंस को अन्य कंप्यूटर के एमआईपीएस की जगह फ्लॉप्स अर्थात फ्लोटिंग प्वाइंट ऑपरेशन पर सेकंड गणना में मापा जाता है।
सुपर कंप्यूटर किसी भी गणना अरबों और खरबों की संख्या की गणना 1 सेकंड से भी कम समय में कर सकता है। सुपर कंप्यूटर रिसर्च संस्थानों में अत्याधिक पाए जाते हैं। सुपर कंप्यूटर आज के समय में गणना शक्ति और डाटा को प्रोसेस करने की मामले में अन्य सभी कंप्यूटर से आगे हैं। यह कंप्यूटर 500 मेगाफ्लोप की पावर से कार्य करते हैं।
सुपर कंप्यूटर की मुख्य विशेषताएं
- Super Computer (सुपर कंप्यूटर) आकार में बड़े होते हैं। इनको रखने के लिए बड़े स्पेस की जरूरत होती है।
- सुपर कंप्यूटर कल सैकड़ों आदमी के काम को कुछ ही सेकंड में पूरा कर सकते हैं। सुपर कंप्यूटर के द्वारा आप कठिन गणितीय गणना, वैज्ञानिक समीकरण और 3डी ग्राफिक जैसे मुश्किल कार्यों को भी बहुत ही आसानी के साथ और शीघ्रता के साथ सटीकता से पूरा कर सकते हैं।
- सुपर कंप्यूटर ठंडे वातावरण में रखने पड़ते हैं। क्योंकि इन में लगे हुए उपकरण अत्याधिक बड़े होते हैं। जो कि अधिक तापमान उत्सर्जित करते हैं। जिसके कारण सुपर कंप्यूटर के उपकरण खराब होने की ज्यादा आशंका रहती है।
मेनफ्रेम कंप्यूटर ~ Mainframe Computer In Hindi
मेनफ्रेम कंप्यूटर आकार में बड़े होते हैं। मेनफ्रेम कंप्यूटर का उपयोग मुख्यतः मल्टीपल परपज अर्थात एक ही कंप्यूटर में 1 या इससे अधिक ऑपरेटिंग सिस्टमओं को चलाने या फिर होस्ट करने के लिए किया जाता है। जहां पर किसी भी बड़े ऑपरेटिंग सिस्टम के इनपुट और आउटपुट पर कार्य करना होता है। वहां पर मेनफ्रेम कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है। मेनफ्रेम कंप्यूटर में इतनी क्षमता होती है।
कि वह सैकड़ों छोटे सर्वर का काम अकेला ही कर सकता है। मेनफ्रेम कंप्यूटर में किसी भी डाटा को प्रोसेस करने की हाई परफॉर्मेंस और अधिक सुरक्षित सिस्टम को प्रदान करता है। मेनफ्रेम कंप्यूटर यूनिक्स और लाइनेक्स ऑपरेटिंग सिस्टम के आधार पर कार्य करता है। जो किसी भी बड़े कार्य जैसे कि किसी भी बड़े डाटा हो प्रोसेस करना हो इनमें प्रयोग होता है।
मिनी कंप्यूटर ~ Mini Computer In Hindi
मैंने कंप्यूटर एक तरह का मल्टी यूजर सिस्टम होता है। जिसको अपने जरूरत के हिसाब से एक साथ कई यूज़र इस्तेमाल कर सकते हैं। इस कंप्यूटर के मुख्य पार्ट को एक बिल्डिंग में रख दिया जाता है और इसकी साथ सक्रिय कहीं टर्मिनल को जोड़ दिया जाता है।
जिसका उपयोग करके एक साथ काफी यूज़र इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। मैंने कंप्यूटर का आकार माइक्रो कंप्यूटर से बड़ा मेनफ्रेम कंप्यूटर से छोटा होता है। मैंने कंप्यूटर की स्टोरेज कैपेसिटी नॉर्मल कंप्यूटर से अधिक होती है। मिनी कंप्यूटर को मिड रेंज सर्वर के नाम से भी परिभाषित किया जाता है।
पर्सनल कंप्यूटर ~ Personal Computer In Hindi
Personal Computer (पर्सनल कंप्यूटर) एक ऐसा उपकरण है। जो किसी विशेष व्यक्ति के लिए काम में लाया जाता है।पर्सनल कंप्यूटर को बनाने के लिए माइक्रो प्रोसेसर का प्रयोग किया जाता है।इसलिए इन कंप्यूटर्स को माइक्रोकंप्यूटर भी कहा जाता है। पर्सनल कंप्यूटर में सक्रिय रहने वाले मुख्य भाग में पीसी आता है। जिसका उपयोग किसी भी कमांड या डाटा को इनपुट प्रोसेस के द्वारा लाया जाता है। और दिए गए कमांड या दिए गए निर्देश को सिस्टम के द्वारा यूनिट में प्रोसेस करके कंप्यूटर स्क्रीन पर प्रदर्शित करता है।

पर्सनल कंप्यूटर में सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट यानी के सीपीयू लगा होता है और इसमें दो प्रकार की मेमोरी प्रयोग होती है जिसको हम रैम और रोम कहते हैं। और साथ में एक हार्ड डिस्क और कंपैक्ट डिस्क किसके साथ आउटपुट डिवाइस में मॉनिटर, कीबोर्ड और माउस इत्यादि होते हैं। पर्सनल कंप्यूटर का प्रयोग आमतौर पर अपने घरों ऑफिस स्कूल विद्यालय में करते हैं।
वर्क स्टेशन कंप्यूटर ~ Workstation Computer In Hindi
वर्कस्टेशन कंप्यूटर ऐप इस तरह का उपकरण है। जिसको हम वर्क स्टेशन server के नेटवर्क से जुड़ा होता है। जो किसी भी डरते को प्रेस करके आउटपुट दिखाने के लिए नेटवर्क सर्वर रिसोर्सेस का उपयोग करता है। वर्कस्टेशन कंप्यूटर आमतौर पर क्लाइंट सर्वर से कनेक्ट होते हैं

जो किसी भी रिक्वेस्ट प्रोसेस करने का कार्य करते हैं। जिनका कंट्रोल पूरी तरीके से वेब सर्वर के पास होता है। वर्क स्टेशन कंप्यूटर का उपयोग आमतौर पर कैसे भी तकनीकी और वैज्ञानिक रिसर्च संस्थानों के लिए किया जाता है। जहां पर इसे एक समय में 1 से अधिक यूजर इस्तेमाल कर सकते हैं।
सर्वर कंप्यूटर ~ Server Computer In Hindi
सर्वर एक ऐसा कंप्यूटर है जो एक मशीन से डेटा को कैप्चर करता है। और उसी नेटवर्क पर या इंटरनेट पर दूसरी मशीन को डिलीवर करता है। भले ही कोई भी कंप्यूटर जो एक विशेष सॉफ्टवेयर चला रहा हो, उसे सर्वर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। वे अक्सर उच्च शक्ति वाली, बड़ी मशीनें होती हैं। जो कई कंप्यूटरों का प्रबंधन कर सकती हैं।
जबकि कुछ सर्वर किसी विशेष कार्य के लिए प्रतिबद्ध, या समर्पित होते हैं। अन्य विभिन्न को संभालते हैं। उदाहरण के लिए, एक समर्पित ईमेल सर्वर उस नेटवर्क पर भेजे गए ईमेल को केवल स्टोर, भेज और प्रबंधित करेगा। छोटे पैमाने पर, सर्वर का उपयोग फ़ाइल भंडारण, संचार, और वेबसाइट और संचार सेवाओं को बनाए रखने के लिए किया जा सकता है।
Calculation
तो दोस्तों आज आपने इस लेख के माध्यम से Computer Ke Prakar (कंप्यूटर के प्रकार) के बारे में जाना है। जो की एक कंप्यूटर उपयोगकर्ता के जरुरी विषय है। अगर फिर भी आपका Computer Ke Prakar (कंप्यूटर के प्रकार) से जुड़ा कोई भी सवाल हो तो, आप हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है।